पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर गरजे राज्य कर्मचारी, सौंपा ज्ञापन
बस्ती । पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर गुरूवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जिलाध्यक्ष मस्तराम वर्मा के नेतृत्व में हजारों की संख्या में कर्मचारी नलकूप कालोनी पर एकत्र हुये। यहां से पुरानी पेंशन बहाल किये जाने की एक सूत्रीय मांग को लेकर कम्पनीबाग, पानी की टंकी, न्याय मार्ग होते हुये रैली जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची। यहां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा गया। कर्मचारी हाथों में बैनर और तख्तियां लिये सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। सड़क पर घंटों जाम लगा रहा। आन्दोलन में कर्मचारियों के बच्चे भी शामिल रहे।
कार्यवाहक अध्यक्ष राम अधार पाल और मंत्री तौलू प्रसाद ने ज्ञापन देने के बाद कहा कि राजस्थान सहित देश के अनेक राज्यों में पुरानी पेंशन नीति बहाल हो चुकी है किन्तु केन्द्र और उत्तर प्रदेश की सरकार इस दिशा में गंभीर नहीं है। यदि सरकार ने समय रहते पुरानी पंेशन नीति को बहाल न किया तो राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर लोकसभा चुनाव से पूर्व देश व्यापी आन्दोलन किये जायेंगे।
जिलाध्यक्ष मस्तराम वर्मा, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री बालकृष्ण ओझा, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ अध्यक्ष अरूणेश पाल, कोषागार कर्मचारी संघ अध्यक्ष अखिलेश पाठक, व्यापार कर मिनीस्ट्रीयल अध्यक्ष सरोज मिश्र, कृषि मिनीस्ट्रीयल कर्मचारी संघ अध्यक्ष सचिन पाण्डेय, पंचायतीराज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष अजय आर्या, विकास भवन कर्मचारी संघ के महामंत्री ओम प्रकाश, ग्राम्य विकास अधिकारी संघ अध्यक्ष अमरनाथ गौतम, डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ अध्यक्ष इं. के.के. मिश्र, पी.डब्लू.डी. नियमित वर्क चार्ज कर्मचारी संघ अध्यक्ष अनिल कुमार, आई.टी.आई. कर्मचारी संघ अध्यक्ष उमारमण त्रिपाठी, सिंचाई विभाग मिनीस्ट्रीयल अध्यक्ष राजेश कुमार, चिकित्सा स्वास्थ्य मिनीस्ट्रीयल अध्यक्ष मो. शमीम, संभागीय परिवहन कर्मचारी संघ अध्यक्ष सभाजीत पाल आदि ने कहा कि कर्मचारियों के समक्ष करो या मरो की स्थिति है। सरकार एक-एक कर सुविधाओं को समाप्त कर रही है ऐसे में हमें अपनी एकजुटता बनाये रखते हुये संघर्ष की धार को तेज करना होगा। कहा कि कर्मचारी पुरानी पेेंशन के सवाल पर पीछे हटने वाले नहीं है।
प्रदर्शन और ज्ञापन देने वालों मुख्य रूप से राकेश पाण्डेय, मनोज चौहान, रामशंकर चौधरी, सुधीर सिंह, ई. राजेश श्रीवास्तव, पेंशनर कल्याण संस्था के अध्यक्ष जलालुद्दीन कुरेशी, प्रमोद शुक्ला, सन्तोष राव, अम्बिका प्रसाद वैश्य, अमरेश श्रीवास्तव, फिरोज खां, जंग बहादुर, राजेश कुमार, दुर्गेश यादव, सुजीत कुमार, आशीष श्रीवास्तव, संजय यादव, रामचरन, शिवमंगल पाण्डेय, बजरंगी, राम स्वारथ चौधरी, ई. आर.पी. यादव, धर्मेन्द्र सिंह, मो. कलीम, मितेन्द्र कुमार, मंशाराम, सुभाष मिश्र, शिव कुमार यादव, लालजी कन्नौजिया, ई. अभिषेक सिंह, रणंजय सिंह, विमल आनन्द, उमेश वर्मा, राघव प्रसाद, पेशकार, रूद्र नरायन रूदल, अमन प्रताप सिंह, सन्तोष सिंह, योगेश मिश्र, राहुल श्रीवास्तव, मुकेश सोनकर मो. अशरफ, सुभाष दूबे, डी.एन. वर्मा, सुधीर तिवारी, के साथ ही विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी, सदस्य शामिल रहे।