किसान आंदोलन के समर्थन में दिल्ली जा रहे भाकियू कार्यकर्ता गिरफ्तार,भेजे गए सिविल लाइन

बस्ती :-(संवाददाता) किसान आंदोलन के समर्थन में बस्ती से भाकियू का जत्था दिल्ली के लिए निकला था जिसको बस्ती रेलवे स्टेशन पर प्रशासन द्वारा रोक लिया गया। किसानों के रोक जाने की सूचना पर किसानों के समर्थन में पहुंचे कम्युनिस्ट पार्टी के कामरेड के के तिवारी और प्रशासन के बीच काफी देर तक बातचीत चली।
के के तिवारी ने कहा की भारत में सब को यात्रा करने की छूट है साथ ही सुप्रीम कोर्ट का निर्देश भी है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा सकता है। योगी सरकार उसको भी रोकना चाहती है।जो गलत है।सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर चल रही है ,वो लाख रोके लेकिन किसानों को उनका हक मिलने तक आंदोलन चलता रहेगा।
भाकियू नेता दीवान चन्द्र पटेल ने कहा की सरकार किसानों की आवाज को जोर-जबरदस्ती के दम पर दबा नहीं सकती है। सरकार को हर कीमत पर किसान बिल वापस लेना ही होगा। जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा की सरकार द्वारा लाये गये किसान बिल का पूरजोर विरोध किया जाएगा। प्रशासन किसानों की आवाज को दबाने के लिए भले ही गिरफ्तारी कर ले। मगर हमारी आवाज दबने नहीं पाएगी।
लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला एकतरफ जहां प्रशासन किसानों के घर भेजने और दिल्ली ना जाने देने पर अडिग था तो दूसरी तरफ किसान दिल्ली जाने पर आमादा थे।
प्रशासन किसानों को घर वापस जाने का निवेदन करता रहा वहीं दूसरी तरफ किसान दिल्ली जाने को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं थे।अंततः प्रशासन ने सभी को अरेस्ट कर सिविल लाइन भेज दिया।
जिसमें शामिल किसान चौधरी कन्हैया प्रसाद किसान, दीवान चंद पटेल, जयराम वर्मा, शिवमूरत चौधरी, त्रिवेनी, हरिप्रसाद, शिव प्रसाद, अनूप चौधरी, राजेंद्र प्रसाद, राम महीपत, रामसूरत, राम नवल किसान, रामदास, पप्पू, विनोद चौधरी आज सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार किया गया।

