2022 का विधानसभा चुनाव लडेगी आप
बस्ती :- आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जो काम किया हैं उसका डंका पूरी दुनिया में बज रहा है चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र में हो स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो महिला सुरक्षा के क्षेत्र में हो, बिजली पानी या आम आदमी की बुनियादी जरूरतों के मामले में हो। यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता की सबसे पहली पंसाद बने हुये हैं। यह बातें आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामयज्ञ निषाद ने पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
उन्होने कहा जबसे अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है भाजपा के नेता मंत्री उन पर टूट पड़े हैं, वह दिल्ली गवर्नेंस मॉडल और यूपी गवर्नेंस मॉडल की तुलना करने से भाग रहे हैं।
भाजपा के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दिल्ली विकास मॉडल और यूपी विकास मॉडल पर बहस करने की खुली चुनौती दिया तो दिल्ली के शिक्षा मंत्री और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उस चुनौती को स्वीकार किया और लखनऊ आए। लेकिन सिद्धार्थ नाथ सिंह नदारद हो गए यही नहीं जब मनीष सिसोदिया उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों को देखने के लिए निकले तो प्रशासन ने उन्हें रोकना शुरू कर दिया। विकास और अच्छे काम दिखाने के लिए होते हैं, छुपाने के लिए नहीं।
जब उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों की कमियों को छिपाना शुरू किया तो स्कूलों की हालत दिखाने के लिए आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह की अगुवाई में “सेल्फी विद सरकारी स्कूल“ अभियान शुरू किया गया।
जिसके तहत प्रदेश के हर जिले के कार्यकर्ता सरकारी स्कूल के साथ जाकर सेल्फी लें रहे हैं और स्कूलों के हालात जनता को दिखा रहे हैं। इस अभियान से उत्तर प्रदेश सरकार बौखला गई है, चूंकि उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों की हालत किसी से छिपी नहीं है। बरसात में यहां के स्कूल स्विमिंग पूल बन जाते हैं, कहीं मिड डे मील में बच्चों को नमक रोटी दी जाती है, कहीं बरसात में टपकती छतों के नीचे बच्चे पढ़ाई कर रहे होते हैं, कहीं शौचालय नहीं है, अगर है तो टूटे हुए हैं कहीं पीने का पानी नहीं है। लेकिन प्रदेश सरकार ने इस बदहाली पर कोई काम नहीं किया।
आम आदमी पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बार-बार कह रहे हैं कि हम जाति और धर्म की राजनीति नहीं शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार महिला सुरक्षा बिजली पानी पर काम करते हैं। हमें स्कूल बनाना है अस्पताल बनाने हैं, दिल्ली की जनता को जो सुविधाएं मिली है उत्तर प्रदेश की जनता को भी मिलनी चाहिए। उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी संगठन को बढ़ता देख और सरकारी स्कूलों की पोल खुलती देख आदित्यनाथ सरकार ने अपने कार्यकाल के आखिरी साल में सरकारी स्कूलों की हालत देखते हुए कायाकल्प की योजना बनाई है। उत्तर प्रदेश के सभी प्राइमरी और माध्यमिक स्कूल को कायाकल्प योजना से जोड़ने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है एक सरकार अगर दूसरी सरकार से सीख कर जनता के लिए कुछ बेहतर करती है तो हमें अपने गवर्नेंस मॉडल पर गर्व है लेकिन अगर आदित्यनाथ की ये योजना जुमला साबित हुई तो उत्तर प्रदेश में निश्चित रूप से आदित्यनाथ की सरकार जाने वाली है।