मत्स्य पालन योजना पर जिलाधिकारी ने दिए आवश्यक निर्देश
बस्ती :- प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में जिले के मत्स्य पालकों को लाभान्वित करने के लिए जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है। विकास भवन सभागार में आयोजित मत्स्य पालन विकास अभिकरण की बैठक में उन्होंने कहा कि बस्ती जिले में मत्स्य पालन की अपार संभावनाएं हैं। मनरेगा के अंतर्गत भी निजी भूमि पर लोगों ने जल संरक्षण के लिए तालाब खुदवाये हैं। मत्स्य पालन करके वे अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में योजना के विस्तार के लिए लोगों को जागरूक करें। साथ ही संसाधनों में वृद्धि करें ताकि लोग मत्स्य पालन के प्रति आकर्षित हो। जनपद में मत्स्य पालन की संभावना को देखते हुए लैब स्थापना का प्रस्ताव शासन को भेजें। इसके अलावा बीज हैचरी, रियरिंग इकाई की स्थापना के लिए मत्स्य पालकों को प्रेरित करें।
समीक्षा में उन्होंने पाया कि मत्स्य पालन के लिए निजी भूमि पर तालाब निर्माण के लिए 28 लाभार्थियों के 11.89 हेक्टेयर तालाब पर 83.16 लाख रुपए की परियोजना तैयार की गई है जिसमें 39.28 लाख रुपए अनुदान है। लाभार्थी को 43.87 रुपए का अंशदान देना होगा।
निजी भूमि पर रेयरिंग इकाई की स्थापना/निर्माण के लिए 08 लाभार्थियों का चयन किया गया है। इनके द्वारा 4.50 हेक्टेयर भूमि पर इकाई स्थापित की जाएगी। इसकी कुल लागत 31.50 लाख रुपए हैं जिसमें 12.60 लाखों रुपए अनुदान तथा 18.90 लाख रूपए लाभार्थी अंशदान होगा।
बृहद रीसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम, लघु मत्स्य आहार मिल की स्थापना के लिए 1-1 लाभार्थी का चयन किया गया है। साइकिल विद आइस बॉक्स योजना के लिए 07 लाभार्थियों का चयन किया गया है। इसकी परियोजना लागत 70 हजार रुपए है। इसमें से 34 हजार रुपए अनुदान तथा 36 हजार रुपए लाभार्थी अंशदान है।
बैठक का संचालन अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी संदीप वर्मा ने किया। बैठक में पीडी आरपी सिंह, उपायुक्त मनरेगा इंद्रपाल सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई राकेश गौतम, लीड बैंक मैनेजर अविनाश चंद्रा, कृषि वैज्ञानिक आरबी सिंह, संजेश श्रीवास्तव, मत्स्य पालक सतीश चंद्र वर्मा, राजमणि चौधरी उपस्थित रहे।