ऐश्प्रा फाउंडेशन ने किए दो आर.ओ. प्लांट का उद्घाटन- बस्ती वासियों को मिली शुद्ध और ठंडे पानी की सौगात

ऐश्प्रा फाउंडेशन ने किए दो आर.ओ. प्लांट का उद्घाटन- बस्ती वासियों को मिली शुद्ध और ठंडे पानी की सौगात
बस्ती,। हरि प्रसाद गोपी कृष्ण सराफ प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ऐश्प्रा फाउंडेशन के अंतर्गत 34वें और 35वें निःशुल्क आर.ओ. एवं ठंडे पानी के प्लांट की स्थापना की गई। इसकी क्षमता 800 से 1,000 लीटर प्रति घंटे की है। इससे आम जनता को शुद्ध और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा। उद्घाटन कार्यक्रम जिला एवं सत्र न्यायालय, बस्ती और जिला अस्पताल, बस्ती में किया गया*।
यह पहल जनहित में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो समुदाय को शुद्ध जल उपलब्ध कराएगी। 34वें प्लांट का उद्घाटन विनय कुमार द्विवेदी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बस्ती द्वारा किया गया। वहीं 35वें प्लांट का उद्घाटन डॉ. विकास कुमार सोनकर, प्रमुख अधीक्षक, जिला चिकित्सालय, बस्ती एवं डॉ. राजीव निगम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बस्ती की उपस्थिति में किया गया।
विनय कुमार द्विवेदी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बस्ती ने कहा शुद्ध जल की उपलब्धता प्रत्येक व्यक्ति का मूल अधिकार है। यह पहल बस्ती के नागरिकों के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगी। ऐश्प्रा फाउंडेशन द्वारा सामाजिक कल्याण के प्रति किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं।”
*डॉ. विकास कुमार सोनकर, प्रमुख अधीक्षक, जिला चिकित्सालय, बस्ती ने कहा,* “स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल हर व्यक्ति के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस पहल से मरीजों, तीमारदारों और अस्पताल आने वाले लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध होगा, जिससे कई जलजनित बीमारियों से बचाव संभव हो सकेगा। ऐश्प्रा फाउंडेशन का यह प्रयास प्रशंसनीय है और समाज के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
डॉ. राजीव निगम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बस्ती ने कहा*, “सुरक्षित पेयजल स्वस्थ जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह परियोजना पानी से होने वाली बीमारियों की रोकथाम में सहायक होगी।”
मनीष अग्रवाल, ऐश्प्रा बस्ती फ्रेंचाइज़ी ओनर, ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा* , “इस नेक कार्य का हिस्सा बनकर हमें गर्व महसूस हो रहा है। ऐश्प्रा फाउंडेशन की यह पहल समाज सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
ऐश्प्रा फाउंडेशन सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति सदैव समर्पित रहा है और यह परियोजना उसके जनकल्याण के प्रयासों में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

