Monday, April 21, 2025
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रंगों के इस पर्व को उत्साह और उमंग के साथ मनाएं लेकिन आंखों का रखे विशेष खयाल – डॉक्टर शरद श्रीवास्तव

स्वास्थ्य और चिकित्सा।

होली (Holi) का त्यौहार भारत वर्ष में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। होली में लोग सभी मतभेद भुला कर एक दूसरे रंग लगाते है । यह प्यार और आपसी भाईचारे का पर्व है। लेकिन होली के रंग में भंग न पड़े इसके लिए कुछ सावधानियां बेहद जरूरी होती है। विशेषकर केमिकल युक्त नकली रंग बाजार में बहुतायत से बिकते है । जिसका उपयोग होने से हमें तमाम तरह साइडफेक्ट और बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है । मुख्य रूप से आंखों को लेकर विशेष सावधान रहना चाहिए। हम भूल जाते हैं कि रंगों से खेलते वक्त ज़रा सी असावधानी हमारी आंखों के लिए परेशानी का सबब साबित हो सकती है।

इस विषय पर हमारी बात हुई जानेमाने नेत्र रोग विशेषज्ञ और नियो हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर शरद श्रीवास्तव से। होली पर पाठकों को शुभकामना देते हुए डॉक्टर शरद ने विस्तार से चर्चा की।

आइए जानते हैं कौन सी सावधानियां रखे 

डॉक्टर शरद बताते है कि होली में आंखों को लेकर विशेष सावधान रहना चाहिए।क्योंकि केमिकल युक्त रंगों के आंखों में जाने से आंखों में जलन होने लगती है और आंखे लाल हो जाती है। इसके लिए आंखों को मसलना नहीं चाहिए। इससे आंखों को नुकसान हो सकता है। मसलने से कार्निया पर स्क्रेच पड़ने का खतरा भी रहता है। इसके लिए आंखों को नर्म सूती कपड़े से साफ करें। उसके बाद आंखों को साफ पानी से धो ले। यदि समस्या ज्यादा है तो सीधे डॉक्टर से संपर्क करे।

रंगों के इस त्यौहार में कुछ सावधानियां बेहद जरूरी है।

सावधानियां क्या है (holi per allergy)

रंगों का चयन 

हर्बल रंगों का करे उपयोग(Natural colors)

होली के रंगों में कई प्रकार के कैमिकल्स को मिलाया जाता है। इसके चलते, वो लोग जिनकी स्किन सेंसिटिव होती है, वे स्किन इंफेक्शनए का शिकार हो जाते है साथ ही आंखों पर इसका प्रभाव सबसे खतरनाक होता है।इससे बचने के लिए प्राकृतिक (natural) हर्बल रंगों का उपयोग करे।

आंखों का रखे खयाल

कोशिश करे कि आंखों में रंग न जाएं।कई बार आंखों में रंग जाने से आंखों में सूजन और रैडनेस(आंखों का लाल होना) आने का भी डर रहता है।

आंखों को रगड़ने से बचें

होली खेलते वक्त यदि चला जाता है तो आंखों को किसी सूती कपड़े से साफ करे। इसके अलावा आंखों को रगड़ें नहीं। साफ पानी से आंख धूले । यदि फिर भी जलन है। आई क्लीयर ड्रॉप्स को आंख में कुछ बूंद तक डालें।यदि दवा नहीं है तो गुलाब जल का इस्तेमाल भी कर सकते है। इससे आंखों में जाने वाला रंग अपने आप निकल जाता है। लेकिन यदि इसके बाद भी समस्या बनी हुई है तो योग्य चिकित्सक से संपर्क करे।

आंखों के आसपास तेल लगाएं

आंखों में रंग जाने से बचने के लिए तेल को आंखों के आसपास पूरी तरह से लगा लें। इससे रंग आंखों में जाने की बजाय त्वचा पर ही चिपक जाता है।

धूप वाले चश्मे पहनें

आंखों को होली के रंगों से बचाने के लिए धूप वाला चश्मा पहन सकते है। इससे आंखों की सेफ्टी बनी रहती है। इसके अलावा तेज़ धूप से भी आंखे बची रहती है।

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