विभागीय संरक्षण में चल रहे कनिष्ठ लिपिक आयुर्वेद पर जिलाधिकारी से कार्यवाही की मांग
- विभागीय संरक्षण में चल रहे कनिष्ठ लिपिक पर जिलाधिकारी से कार्यवाही की मांग
- डी ओ जगदीश यादव पर विभागीय संरक्षण देने का आरोप
- निलंबन के 50 दिन बीत जाने के बावजूद चार्ज लेन में असमर्थ है डी ओ आयुर्वेद और यूनानी जिला चिकित्सालय बस्ती
- कनिष्ठ लिपिक के सामने असहाय क्यों महसूस कर रहे डी ओ जगदीश यादव
- निर्देशक का आदेश पर निलंबित चल रहे है कनिष्ठ लिपिक सुनील पांडेय , आयुर्वेद और यूनानी जिला चिकित्सालय बस्ती
बस्ती । मामला बस्ती जनपद के आयुर्वेद और यूनानी अस्पताल के कनिष्ठ लिपिक का है जिनके प्रभाव के सामने डी ओ भी असहाय नजर आ रहे है । कनिष्ठ लिपिक सुनील पांडे को आय से अधिक संपत्ति के मामले में मजिस्ट्रेटिव जांच के बाद निदेशक स्वास्थ्य विभाग द्वारा निलंबित करते हुए अम्बेडकरनगर कार्यालय से अटैच कर दिया गया था। लेकिन अब इसे दबाव कहे या विभागीय संरक्षण , आदेश के 50 से ज्यादा दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक आयुर्वेद विभाग के डी ओ जगदीश यादव लिपिक से चार्ज नहीं ले पाए हैं ।
मामले में शिकायतकर्ता वेद प्रकाश मिश्रा ने जिलाधिकारी से डी ओ के विरुद्ध कार्यवाही न करने और आरोपी को विभागीय संरक्षण देने की शिकायत की है। वेद प्रकाश ने शिकायत में कहा कि मजिस्ट्रेट जांच में आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी पाए जाने पर कनिष्ठ लिपिक को निर्देशक के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है। निदेशक के आदेश के बाद 50 दिन बीत जाने के बाद भी डी ओ अभी तक कनिष्ठ लिपिक से चार्ज तक नहीं ले पाए ।
वेद प्रकाश का कहना है कि डी ओ उनको विभागीय संरक्षण दे रहे है और जानबूझकर चार्ज नहीं ले रहे । विभाग में उनका रोज का आना जाना लगा है इससे जांच प्रभावित हो सकती है। इस मामले में वेद प्रकाश ने जिलाधिकारी से तत्काल कार्यवाही करवाने की मांग की है।
वही डी ओ जगदीश यादव से फोन पर हुई बात में उन्होंने कहा कि कई बार कहने के बाद भी चार्ज नहीं दे रहे। इसको लेकर उनको दो बार रिमाइंडर भी दिया जा चुका है । इस मामले को अब जिलाधिकारी के पास ले जाऊंगा।