तमिलनाडु में बसपा प्रदेश अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग की हत्या के विरोध में निकाला कैण्डिल मार्च

तमिलनाडु में बसपा प्रदेश अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग की हत्या के विरोध में निकाला कैण्डिल मार्च
दोषियों की गिरफ्तारी के साथ परिजनों को मुआवजा दे सरकार- के.पी. राठौर
बस्ती। बहुजन समाज पार्टी तमिलनाडु प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग की चेन्नई के पेरंबूर इलाके में हत्या के विरोध में सोमवार को दिग्विजय कुमार, भूपेंद्र कुमार के नेतृत्व में कैण्डिल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया। बनकटी ब्लाक से बनकटी बाजार होते हुए कैण्डिल मार्च का बनकटी बौद्ध बिहार परिसर में समापन हुआ।
बहुजन समाज पार्टी के पूर्व मण्डल प्रभारी के.पी. राठौर ने कहा कि दो पहिया वाहन सवार गिरोह ने चेन्नई कॉर्पोरेशन के पूर्व पार्षद के. आर्मस्ट्रांग पर पेरम्बूर में उनके घर के पास हमला किया। किसी भारी चीज से किए गए इस हमले में आर्मस्ट्रांग को काफी गहरी और अंदरूनी चोटें आईं, जिससे वह वहीं पर बेहोश होकर गिर पड़े। उनको बेहोश देखकर हमलावर वहां से भाग खडें हुए। आर्मस्ट्रांग पर हुए इस हमले के बाद स्थानीय लोगों ने उन्हें पास के ही थाउजेंड लैंप्स अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन उन्हें वहां पर मृत घोषित कर दिया गया। कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होने मांग किया कि तमिलनाडु के बसपा प्रदेश अध्यक्ष आर्मस्ट्रांग की बर्बर हत्या मामले की सीबीआई जांच कर दोषियों को फांसी दिलाने के साथ ही आर्मस्ट्रांग के परिजनों को समुचित मुआवजा दिलाया जाय।
उन्होंने तमिलनाडु के स्टालिन सरकार की कड़ी निंदा करते हुए आरोप लगाया कि आज प्रदेश में कानून-व्यवस्था को इस स्तर तक पहुंचा दिया गया है कि अपराधियों को न तो पुलिस का डर है और न ही सरकार का, वह दिन-दहाड़े की हत्या कर देते हैं और पुलिस केवल तमाशा देखती रहती है। जब प्रदेश में किसी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता की सुरक्षा को समझा जा सकता है।
बहुजन समाज पार्टी तमिलनाडु प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष आर्मस्ट्रांग की हत्या के विरोध में निकाले गये कैण्डिल मार्च में मुख्य रूप से अनूप कुमार, दिनेश कुमार, विनय अंबेडकर, अरविंद कुमार, नागेंद्र प्रताप, उमाशंकर , श्याम भवन, अंकित, महेश गौड, अंकुर प्रसाद, हिमांशु गौतम, अभय कुमार, रवि, देवेंद्र कुमार, इंजीनियर राजेश सरकार सिंह, रंजीत , अखिलेश, अरविंद, अजय राणा, लालचंद, रामलला गौड़, महेश गौड़, ई. राजेश प्रताप सिंह के साथ ही अनेक लोग शामिल हुये।

