पात्रता के बावजूद आवास न मिलने से छप्पर में रहने को मजबूर है जगमाता देवी

बस्ती 18 दिसम्बर। सरकार की हर व्यक्ति को छत देने की योजना को जिम्मेदार ही पलीता लगाने पर लगे है।ऐसा ही एक मामला बस्ती जनपद के दुबौलिया विकास खण्ड के गुलौरी बुर्जुग का है जहां निवासिनी जगमता पत्नी स्वर्गीय ओरीलाल पिछले 10 वर्षो से आवास न मिलने से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।
जगमाता ने जिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी के साथ ही अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर आवास स्वीकृत कराने की मांग किया है।
शिकायतीपत्र में जगमता ने कहा है कि उनका परिवार झोपड़ी में रहता है। वर्ष 2012 में उनके झोपड़े में आग लग गई थी तो सरकार द्वारा 2 हजार का आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ। तत्कालीन विधायक ने आवास दिया था कि आवास स्वीकृत हो जायेगा। पिछले 11 वर्षो से जगमता उम्मीद लगाये हुये है कि उसके परिवार को अपना छत नसीब होगा। ग्राम प्रधान, सचिव से लेकर खण्ड विकास अधिकारी दुबौलिया तक पिछले 11 वर्षो से उसने अनेकों आवेदन दिये, अधिकारियों से गुहार लगाया किन्तु उसे आवास अभी तक नसीब नहीं हुआ ।
जगमता ने उच्चाधिकारियों से मांग किया है कि वह सभी पात्रता तय करती है और उसके गरीबी को देखते हुये आवास स्वीकृत कराया जाय जिससे अपने जीवन में वही पक्का मकान देख सके ।

