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संस्कृत पाठशाल के हर विद्यार्थी को मिलेगी स्कॉलरशिप

उत्तर प्रदेश । दीपावली के अवसर पर योगी सरकार ने संस्कृत पाठशाला के छात्रों की स्कॉलरशिप देने की घोषणा की है साथ ही स्कॉलरशिप भी बढ़ा दी गई ही।

सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को वाराणसी के दौरे पर हैं। उन्होंने सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से संस्कृत छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया। समारोह में सीएम योगी ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के 69,195 विद्यार्थियों को 586 लाख रुपये की छात्रवृत्ति का संवितरण किया।

छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ करते हुए सीएम योगी ने कहा कि काशी की परंपरा बेहद प्राचीन है। उन्होंने कहा कि यहां दुनिया भर से विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। यहां के आचार्य और गुरुकुल परंपरा का पूरी दुनिया में अनुसरण किया जाता है। उन्होंने कहा कि ये समारोह हमारी संस्कृति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

सीएम योगी ने कहा कि हमारे आचार्यों से मैं कहना चाहूंगा कि वो गुरुकुल की परंपरा को जीवित रखने का काम करें। उन्होंने कहा कि संस्कृत स्कूलों में हॉस्टल होना जरूरी है। इससे छात्रों को काफी सहूलियतें मिलेंगी, साथ ही वो वेदों और अन्य ग्रंथों का अध्यन सही तरीके से कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म और भारत का समय आ गया है जब वो विश्वगुरु बनने जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को छात्रवृत्ति देने की व्यवस्था में परिवर्तन संबंधी प्रस्ताव को राज्य मंत्रिमण्डल की मंगलवार को हुई बैठक में मंजूरी दे दी गई है। इसके तहत कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाई दी गई है। साथ ही कक्षा छह, सात और आठ के बच्चों को भी छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया गया है।

यूपी की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने यह जानकारी दी। यूपी में 517 संस्कृत विद्यालय हैं जिनमें एक लाख 21 हजार 573 छात्र पढ़ रहे हैं।

शिक्षामंत्री ने क्या कहा

शिक्षा मंत्री ने बताया कि वर्ष 2001 से छात्रवृत्ति की जो व्यवस्था चल रही थी उसमें आज संशोधन करने का प्रस्ताव मंत्रिमण्डल ने पारित किया है। अब संस्कृत विद्यालय के कक्षा छह और सात के बच्चों को 50 रुपये प्रति माह और प्रथमा की ही कक्षा आठ के बच्चों को 75 रुपए प्रतिमाह देने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ-साथ कक्षा नौ और 10 के विद्यार्थियों को 100 रुपये तथा उत्तर मध्यमा यानी 11वीं और कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों के लिए 150 रुपये प्रतिमाह, शास्त्री पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के लिए 200 रुपये और आचार्य के लिए 250 रुपये प्रतिमाह की व्यवस्था की गई है।

शास्त्री पाठ्यक्रम के छात्रों को 80 रुपये

गुलाब देवी ने बताया कि पहले कक्षा नौ एवं 10 के छात्र-छात्राओं को 50 रुपये वहीं कक्षा 11वीं से 12वीं के बच्चों को 80 रुपये मासिक छात्रवृत्ति दी जाती थी। शास्त्री पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं को 80 रुपये और आचार्य के विद्यार्थियों को 120 रुपए प्रतिमाह दिए जाते थे। चूंकि संस्कृत शिक्षा ग्रहण करने वाले ज्यादातर बच्चे गरीब तबके के होते हैं इसलिए संस्कृत शिक्षा के अंतर्गत प्रथमा यानी कक्षा छह, सात और आठ के छात्र-छात्राओं को भी छात्रवृत्ति दिए जाने की व्यवस्था की गई है।

किसे मिलेगा स्कॉलरशिप

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि पहले यह नियम था कि 50 हजार रुपये तक सालाना आमदनी वाले परिवार के बच्चों को ही छात्रवृत्ति दी जाती थी लेकिन अब आमदनी की सीमा को हटा दिया गया है। अब जो भी छात्र उत्तर प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों की निर्धारित कक्षाओं में पढ़ते हैं, उन सभी को छात्रवृत्ति दी जाएगी।

दो दशक बाद हुआ इजाफा

सरकारी बयान के मुताबिक संस्कृत विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की छात्रवृत्ति को दो दशकों के बाद बढ़ाया गया है, पिछली बार इसे 2001 में संशोधित किया गया था। नई छात्रवृत्ति राशि 50 रुपये से 200 रुपये प्रति माह के बीच होगी। इस पर 19.65 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च होने की संभावना है।

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