भुलई भाई का जीवन लोक कल्याण को समर्पित था – पीएम नरेंद्र मोदी
भुलई भाई का जीवन लोक कल्याण को समर्पित था – पीएम नरेंद्र मोदी
बीजेपी के सबसे पुराने कार्यकर्ता का निधन
भाजपा को पार्टी विथ डिफरेंस कहा जाता है।इस बात का प्रमाण तब मिला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के सबसे पुराने कार्यकर्ता के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए एक्स पर पोस्ट किया। एक कैडर बेस पार्टी मानी जाने वाली भाजपा अपने सबसे पुराने कार्यकर्ता को नहीं भूली। हाल ही में भुलई भाई का निधन हो गया उनकी उम्र 111 वर्ष थी।
अपने सबसे पुराने कार्यकर्ता और कुशीनगर के नौरंगिया सीट से जनसंघ से दो बार विधायक नारायण उर्फ भुलाई से पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार संपर्क में थे। गुरुवार को पैतृक आवास पर लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया।
पीएम मोदी ने व्यक्त किया दुख
जिसको लेकर पीएम मोदी समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “राजनीति और समाज सेवा में अमूल्य योगदान देने वाले नारायण जी का देहावसान एक अपूरणीय क्षति है। वे भाजपा के सबसे पुराने और कर्मठ कार्यकर्ताओं में शामिल रहे हैं, जिन्हें हम भुलई भाई के नाम से भी जानते हैं. जन कल्याण से जुड़े उनके कार्यों को सदैव याद किया जाएगा। शोक की इस घड़ी में मैं उनके प्रशंसकों और परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
नारायण उर्फ भुलाई कौन थे??
पूर्व विधायक नारायण उर्फ भुलई भाई लंबे समय से अस्वस्थ थे। कोविड-19 महामारी के दौरान वह तब चर्चा में आए थे, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। 2022 में जब योगी आदित्यनाथ दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए तो भुलई भाई शपथ ग्रहण समारोह में बतौर विशेष अतिथि लखनऊ आए थे। वहीं लखनऊ में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंच से नीचे आकर कार्यक्रम में मौजूद भुलई भाई को सम्मानित किया था।
भुलई भाई जनसंघ के नेता दीनदयाल उपाध्याय से प्रेरित होकर राजनीति में आए थे। 1974 में वह कुशीनगर की नौरंगिया सीट से दो बार जनसंघ के विधायक बने। अपने राजनीतिक जीवन में भुलई भाई शुचिता और ईमानदारी के पर्याय थे। 1980 में भाजपा के गठन के बाद भुलई भाई पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता बने रहे।